Operating System क्या है और यह कितने प्रकार का होता है - what is Operating System and type of Operating System in Hindi
Operating System यह एक समझें योग्य ऐसा विषय है जो हर Computer से जुड़े हर व्यक्ति को पता होना चाहिए जिससे वह इसकी नींव को जान पाता है और वास्तव में यह Software की नींव का ही काम करता है जो Hardware और Software के बीच के संवाद का एक माध्यम है
अब तो यह हमारे mobile में भी use होता है Android के बारे में आपने सुना ही होगा दोस्तों यह एक opreting system है जो हमारे mobile के software और Hardware को manage करता है आज हम इसे जुड़े हर पहलू को समझेगे की Operating System क्या है और कितने प्रकार का होता है यह कैसे काम करता है स्वागत है दोस्तों आपका knowledgemera में -
Introduction Of Operating System - ऑपरेटिंग सिस्टम का परिचय
Operating System यह System Software का सबसे Important Part है ये Computer से जुड़े सब सभी Input और Output device को control करता ही और साथ ही साथ उसको check भी करने में मदद करता है computer अपने आप कोई भी काम नहीं करता यह तो User द्धारा दिए गए निर्देशों का पालन करता है और Operating System ही है जो इन निर्देशों समझने में हमरी सहायता करता है
OS (Operating System ) यह प्रोग्रामो का एक समूह है इसमें जो प्रोग्राम है वो User द्धार दिए गए निर्देशों का पालन करता है और यह मशीनी भाषा को समझने में सहायक होता है यह User और Computer के बीच Interface का काम करता है यह computer के ON होने पर सबसे पहले memory में store हो जाता है और जब हम Computer को जो भी निर्देश देते है तो Computer उसे Operating System के माध्यम से पूरा करता है
हम यह कह सकते है की Operating System एक Control प्रोग्राम है जो हमारे और Computer बीच एक Relation को बनता है
Operating System कैसे काम करता है -
दोस्तों जब आप Computer को ON करते है तो आप देखते की Computer की Screen start होके थोड़ी देर के लिए Blank हो जाती है उसे कहते है Boot होना Computer क्या करता है की सबसे पहले सभी आंतरिक भागो (Parts) की जांच करता है ताकि उसे पता रहे की सरे भाग (Part) अच्छे से काम कर रहे है की नहीं।
वो भाग (Part) कौन -कौन से है जैसे - RAM (Random access memory), ROM (Read only memory), Peripheral, Memory, Keybourd, Mouse, Printer, etc.
इन सभी को chack कर के उसके बाद Opreating System लोड होता है दरअसल Computer से हमारा संवाद Opreating System से ही होता है
Opreating System के कार्य - Functions of Opreating System
Opreating System का सबसे Important कार्य Controling का है यह हमारे द्धारा दिए गए Intraction मतलब निर्देशों का पालन करता है और Computer से प्राप्त Results और उसके संदेशो को हमें दिखता है यह User द्धारा बनाये गए Data, Files का हिसाब रखता है और उनकी सुरक्षा भी करता है साथ ही यह हमारे द्धारा बनाये गए Program को शुरू और समाप्त भी करता है
जो Computer बड़े होते है जिसमे एक से ज्यादा User काम करते है यह प्रत्येक यूजर की पहचान को chack करता है उन्हें Varifay करता है तभी Opreating System Computer की सभी क्रियाओं को Oprate करने में सहायक होता है अब हम इसके कार्यो के बारे में जानेगे -
Input Output Management (इनपुट आउटपुट प्रबंधन) - इसके अंतर्गत यह सभी प्रकार की Input Output devices को Manage करने का कार्य इसमें शामिल है जब इसमें एक से अधिक Users शामिल हो।
Monitoring Activities (गतिविधियों का संचालन ) - Processing के दोरान यह System की Activities का पूरा ध्यान रखता है जैसे Program में कोई mistak हो जाए तो यह उन्हें terminate कर देता है इसी प्रकार अगर हैं कोई input device लगते है उसमे कोई problem आती है तो यह हमे तुरंत Information देता है
Processor Management (प्रोसेसर मैनेजमेंट) - यह Computer का बहुत Important Part है जिसे विभिन्न तरह के कार्यो को सोपा जाता है जिन्हे computer द्धारा पूरा किया जाता है
File Management (फाइल मैनेजमेंट) - इसमें बहुत सारी हर प्रकार की Files को Store किया जाता है यह हमे इस बात की अनुमति देता है की हम जब चाहे तब files को use कर सकते है उन्हें बदल सकते है चाहे हटा सकते है
Memory Management ( मेमोरी प्रबंधन) - इसमें system के program और data के Use में होने वाली मेन मेमोरी को अलग - अलग भागो में विभाजित किया जाता है
Seheduling of Resources and jobs ( संसधनों और कार्यो की अनुसूची बनाना ) - Computer में devices के लिए किये जाने वाले कार्यो की सूची Opreating System तैयार करता है Opreating System ही हर devices को कार्य सोपता है की किस को क्या काम करना है लेकिन यह प्रक्रिया तब परेशान करती है जब अनेक कार्य computer system को एक साथ करने हो।
Opreating System के Seheduling program की सहायता से हर काम का Time table बना दिया जाता है इसमें User ही अपने अनुसार ही काम करवाने की प्रथमिकता system से करवाता है और यह दी जाने वाली प्रथमिकता को पूरी ईमानदारी से निभाकर काम समाप्त करता है
CPU (Central processing unit) के कार्य करने की क्षमता Input Output device के कार्य करने की क्षमता से बहुत अधिक होती है यह इनकी क्षमता में समानता बनाए रखने का काम करता है और यह CPU को काम करने का जिम्मा सोपता है जिससे CPU से पूरा-पूरा काम करवाया जा सके।
- यह Compailer, Asembler, Utility Program, और Software सब Users को प्रदान किया जाता है
- यह Internal Time Clock का रख रखाव करता है
- Opreating System Computer और User के मध्य Relation बना कर रखता है
- यह data को सुरक्षित करता है ताकि डाटा और Progrma के बीच कोई मतभेद न बने।
- इसकी मदद से Computer हमें उसमे आने वाली Error को दिखता है
- यह Command और Instructions के बिच देख - रेख भी करता है
Operating System Resource Manager - (ऑपरेटिग सिस्टम रिसोर्स मैनेजर ) -
- यह Input output की व्यवस्था प्रदान करता है
- यह होने वाली गलतियों को ठीक करने में मदद करता है
- यह User Interface को Clear करता है
- यह सभी User के बीच में Data का आदान - प्रदान आसानी से करता है
Type of Operating System - ऑपरेटिग सिस्टम के प्रकार
Single User System (एकल उपयोगकर्ता प्रणाली)
Batch Processing (बैच प्रसंस्करण)
Multi Programming (मल्टी प्रोग्रामिंग)
Multi Processing (मल्टी प्रोसेसिंग)
Time Sharing ( टाइम शेयरिंग )
Single User System (एकल उपयोगकर्ता प्रणाली) - यह एक ही Time में एक ही Program को Execute करता है पहले के टाइम में Operating System अधिकतर Single User हुआ करते थे और आजकल के माइक्रो Computer में भी अधिकतर Single User Operating System का use किया जाता है इन Operating System में ये Problem थी की ये एक बार में केवल एक ही Program को Execute कर सकते थे इससे ज्यादा नहीं किये जा सकते थे
Batch Processing (बैच प्रसंस्करण) - Batch Program के माध्यम से बहुत से Programs को एक साथ Execute किया जाता है इसका Use बहुत से Data Processing Center पर कार्यो को Execute करने के लिए किया जाता है Batch Processing को हम Serial, sequentia, Off Line तथा Stacked Job Processing भी कहते है
जब Computer इस तकनीक के लिए प्रयोग किया जाता है तब Input data को Execute करने के लिए Users की अनुमति की जरूरत नहीं रहती और काम स्वयं होता रहता है इसमें अलग -अलग काम को एक ही टाइम पर किया जाता है और program को एक बार Execute करने के बाद User की Interference की जरुरत नहीं होती।
Multi Programming (मल्टी प्रोग्रामिंग) - इसमें एक साथ बहुत से program को चलाया जाता है यह special program का group होता है जो computer के Actions को एक program से दूसरे program में Transfare करके speed देता है आजकल इसकी सहायता से opreting system अनेक कार्य एक साथ करने की सुविधा प्रदान करते है दो या इससे ज्यादा program एक ही टाइम में एक साथ काम करते है Multi Programming कहते है
कुछ Multi Programming में कुछ विशेष कार्यो को ही Execute किये जाते है उन्हें Multi Programming with Fixed Tasks कहते है और जहा पर कार्य ज्यादा हो उसे Multi Programming with Variable Task कहते है Multi Programming के लिए software और hardware की जरूरत पड़ती है -
Large Memory
Memory Protection
Proper Job Mixing
Multi Processing (मल्टी प्रोसेसिंग) - Multi Processing system में बहुत से अलग - अलग program के निर्देश एक ही time में एक से अधिक प्रोसेसरों द्धारा Execute किये जाते है -
input और output तथा processing क्षमताओं के बीच तालमेल बनाने का काम opreting system करता है यह तकनीक Parallel Processing को help करती है और जैसे एक CPU खराब हो जाने पर दूसरे CPU द्धारा किया जा सकता है।
Time Sharing ( टाइम शेयरिंग ) - Time Sharing System में लिए गए Action और Comand बहुत छोटा होता है इसमें हर User के लिए एक ही CPU एक ही time में काम करता है इस प्रकार के System में data का transfar एक User से दूसरे User को होता रहता है तो हर user द्धारा किये गए काम पर प्रभाव डालता है की ये system उसका ही है जबकि real में यह एक sharing system होता है
Time Sharing का विचार पहले किया गया था लेकिन यह लागू नहीं किया गया क्योकि इसे बनाना कठिन और महगा दोनों था इस System को बढ़ावा तब मिला जब sciencetist ने batch shared system को एक साथ मिला दिया बहुत सरे सिस्टम जिन्हे batch shared system की तरह बनाया गया था बाद में फिर उन्हें मोडिफाई कर के Time sharing system में बदल दिया गया।
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दोस्तों हमने जाना की Operating System क्या है और इसके प्रकार , Operating System कैसे काम करता है और Opreating System के कार्य के बारे में और इनकी जरुरत क्यों पड़ी यह जाना, अगर कोई प्रश्न हो तो मुझे mail करे और दोस्तों उम्मीद है आपको ये पोस्ट पसंद आयी होगी अपने दोस्तों के साथ ये Post को जरूर Share करे निचे दिए गए Social Media icon की मदद से और साथ में comment भी करे में ऐसी जानकारिया अपनी Post में डालता रहता हु जो आपको जानना जरुरी हो इस Post को पढ़ने के लिए आपका बहुत - बहुत धन्यवाद। knowledgemera में दुबारा Visit करना न भूले
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